बहुत सहेज कर रखे थे वो पल , सोचा था याद बन कर सामने आएँगे तो दिल को फिर गुदगुदाएँगे।
पर कुछ बदनसीब यादें ऐसी भी थी जो सुकून का वादा कर, अपने साथ वो बवंडर ले आयी थी जो सब कुछ तहस-नहस करने पर आमादा था।
Losing them, Finding them, Carving them, Polishing them, Presenting them again and again and again.